मध्य प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला इन क्षेत्रों में खोले जायेंगे आंगनबाड़ी केंद्र

मध्य प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला इन क्षेत्रों में खोले जायेंगे आंगनबाड़ी केंद्र
इस लेख में हम मध्य प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला इन क्षेत्रों में खोले जायेंगे आंगनबाड़ी केंद्र के बारे में बात करने जा रहे हैं । अगर आपको कोई अन्य समस्या है तो नीचे कमेंट करें।

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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव जी ने बताया कि प्रदेश में जितने भी आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र हैं। वहां पर नए आंगनबाड़ी केंद्र खोले जाएंगे। इसके लिए प्रदेश सरकार ने अधिकारियों को सर्वे करने के लिए निर्देश दिए हैं। मध्य प्रदेश की सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। जिन आदिवासी गांव में आंगनवाड़ी नहीं है। वहां पर सरकार आंगनवाड़ी खोलेगी। बच्चों को इन आंगनवाड़ी के खुलने से बड़ा फायदा होगा। लंबे समय से यह मांग उठ रही थी कि जिन आदिवासी गांव में आंगनवाड़ी नहीं है वहां पर आंगनवाड़ी खोली जाए।

मध्य प्रदेश में 6 महीने से 6 साल के बच्चों के लिए खोले जाएंगे आंगनबाड़ी केंद्र

मध्य प्रदेश की सरकार ने आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में आंगनबाड़ी सेवाएं शुरू करने का बड़ा फैसला लिया है। प्रदेश सरकार ने बताया कि जितने भी औद्योगिक शहरी क्षेत्र होते हैं। वहां पर कामकाजी महिलाएं ज्यादा होती हैं। उन क्षेत्र की महिलाओं के 6 महीने से 6 साल के बच्चों की अच्छे से देखभाल के लिए आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किए जाएंगे। ताकि महिलाओं को बच्चों को लेकर कोई समस्या ना हो। इसके अलावा प्रदेश सरकार का कहना है कि यदि इन बच्चों के लिए आंगनबाड़ी केंद्र की व्यवस्था होगी तो आगे चलकर बच्चों के लिए प्राथमिक शिक्षा आसान हो जाएगी।

गांव गांव तक जाएगी आंगनवाड़ी सेवाएं

आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में आंगनवाड़ी सेवाओं को पहुंचाना, जिससे महिलाएं और बच्चे सही पोषण और शिक्षा प्राप्त कर सकें। आदिवासियों के बच्चों को अच्छी परवरिश मिलेगी उन्हें खाना मिलेगा और आदिवासियों के बच्चों के लिए गांव में आंगनवाड़ी खोलने से अन्य सभी लाभ जैसे आंगनवाडी लाभार्थी योजना का लाभ भी मिल पाएगा। फिलहाल में मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल क्षेत्रों में आंगनवाड़ी ना हो पाने की वजह से बच्चे दूर दराज स्कूलों में शिक्षा प्राप्त करने जाते हैं। और बुनियादी आंगनवाडी की शिक्षा से वंचित रह जाते हैं।

अगर आंगनवाड़ी इन्हीं आदिवासी क्षेत्रों में खुलती है तो प्राथमिक शिक्षा में आसानी होगी। और इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने विभागीय समीक्षा में ये निर्देश दिए हैं कि प्राथमिक सर्वे इन आदिवासी क्षेत्रों में किया जाए। जिससे कि यहां पर भी आंगनवाड़ी की सुविधा यहां के बच्चों को मिल सके।

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मध्यप्रदेश में 52 जिलों में 448 आंगनवाड़ी केंद्र खोले जाएंगे

जो शहरी औद्योगिक क्षेत्र हैं यहां पर जो कामकाजी महिलाएं हैं। यानी कि जो महिलाएं काम करती हैं। उनके लिए आंगनवाड़ी सह पालना केंद्र को भी मंजूरी मिली है। केंद्र सरकार ने प्रदेश के 52 से अधिक जिलों में 448 आंगनवाड़ी सह पालना केंद्रों को मंजूरी दे दी है तो यह उन महिलाओं के लिए भी अच्छी खबर है। जो कामकाज के लिए घर से बाहर निकलती हैं। उनके साथ बच्चे होते हैं तो यह आंगनवाड़ी केंद्र उनके लिए सहायक होंगे।

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नोट :- यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है, अधिक जानकारी के लिए आप आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं…

निष्कर्ष
इस लेख के माध्यम से हमने आपको मध्य प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला इन क्षेत्रों में खोले जायेंगे आंगनबाड़ी केंद्र से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की है । यदि आप अभी भी किसी प्रकार की समस्या का सामना कर रहे हैं तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट करें, हमसे संपर्क करें हम आवश्यकतानुसार आपकी समस्या का समाधान करेंगे।